- हिन्दी भाषा में उनकी अंग्रेजी पुस्तकों के अनुवाद तो मिलते हैं पर इन्टरनेट पर कोई वेबसाईट या ब्लॉग नहीं जो जे कृष्णमूर्ति द्वारा कहे गये वांग्मय का परिचय हिन्दी में देता हो वो भी सरल सहज रूप में, ”जेकृष्णमूर्ति इन हिन्दी“ यह प्रथम प्रयास है।
- ”जेकृष्णमूर्ति इन हिन्दी“ यह ब्लॉग उनके ही एक प्रेमी द्वारा अंग्रेजी से हिन्दी में सरल अनुवाद कर जीवन्त अस्ित्तत्व में है, किसी अनुवादित पुस्तक के अंशों से नहीं ।
- इस ब्लॉग पर टिप्पणियाँ इसलिए निष्क्रय हैं क्योंकि ये इस ब्लॉग का ध्येय नहीं ।
28 Nov 2009
”जेकृष्णमूर्ति इन हिन्दी“ ब्लॉग, वेबदुनिया के विचारमंथन, ब्लॉग चर्चा में
रवीन्द्र व्यास जी ने इस बार अपनी ब्लॉग चर्चा में इस ब्लॉग सम्बन्धित सूचना को अपने पाठकों तक पहुंचाने का विषय बनाया है। कसी हुई भाषा में एक पृष्ठ की पाठ्य सामग्री में ही उन्होंने जे कृष्णमूर्ति के धारदार दर्शन का परिचय प्रदर्शित किया है। व्यास जी के इस प्रयास को साधुवाद, आभार, धन्यवाद! वेबदुनिया के विचारमंथन, ब्लॉग चर्चा का ये लिंक है
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